मैंने देखा है भगवान तो है

I have seen that god is there

मैंने देखा है भगवान तो है एक मेजर के नेतृत्व में 15 जवानों की एक टुकड़ी हिमालय के अपने रास्ते पर थी. बेतहाशा ठंड में मेजर ने सोचा कि अगर उन्हें वहां एक कप चाय मिल जाती तो आगे बढ़ने की ताकत आ जाती लेकिन रात का समय था, आसपास कोई बस्ती भी नहीं थी. … Read more

श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण उत्तरकांण्ड चौदहवाँ सर्ग भाग -0563

Ramayana Uttarakand Fourteenth Canto Part -0563

श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण उत्तरकांण्ड चौदहवाँ सर्ग भाग -0563 {मन्त्रियोंसहित रावणका यक्षोंपर आक्रमण और उनकी पराजय} श्रीसीताराम —’(अगस्त्यजी कहते हैं- रघुनन्दन!) तदनन्तर बलके । अभिमानसे सदा उन्मत्त रहनेवाला रावण महोदर, प्रहस्त, मारीच, शुक, सारण तथा सदा ही युद्धकी अभिलाषा रखनेवाले वीर धूम्राक्ष – इन छः मन्त्रियोंके साथ लङ्कासे प्रस्थित हुआ। उस समय ऐसा जान पड़ता था, मानो … Read more

नवरात्रि का पहला दिन माता का पहला स्वरूप

The first day of Navratri is the first form of the Mother Goddess

नवरात्रि का पहला दिन माता का पहला स्वरूप माँ शैलपुत्री देवी शैल पुत्री का वर्णन हमें ब्रह्म पुराण में मिलता है। पुराण के अनुसार चैत्र प्रतिपदा के प्रथम सूर्योदय पर ब्रह्मा ने संसार की रचना की थी। माना जाता है कि इसी दिन श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ था। नवरात्र की प्रथम देवी शैलुपुत्री मानव मन … Read more

202 राम चरित मानस सरोवर

202 Ram Charit Manas Sarovar

202 राम चरित मानस सरोवर रामकिंकर जी कहते थे कि श्रीरामचरितमानस एक मानसरोवर है, यह तो बाहर के मानसरोवर से भी श्रेष्ठ है।गजब बात है, बाहर वाला तो तन ही स्वच्छ करता है, यह मन निर्मल कर देता है। वहाँ तन शीतल होगा जिससे जाड़ा लगेगा, जिससे कष्ट होगा, यहाँ मन शीतल होगा, जड़ता रूपी … Read more

अबकी बार माॅ दुर्गा पालकी पर सवार होकर आ रहीं हैं

This time Maa Durga is coming riding on a palanquin

अबकी बार माॅ दुर्गा पालकी पर सवार होकर आ रहीं हैं इस वर्ष 3 अक्टूबर को अश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि पर नवरात्रि की प्रथम स्थापना पड़ रहा है ! अतः प्रातः 05:56 बजे से 07:20 बजे के मध्य कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त है, कलश स्थापना करने के पश्चात व्रत एवं पूजा विधि विधान से … Read more

नवरात्रि व्रत कथा / navratri vart katha

navratri vart katha

नवरात्रि व्रत कथा / navratri vart katha.आप सभी को नवरात्रि की हार्दिक बधाई तथा प्यार भरी शुभकामनाएं navratri vart katha : प्राचीन काल में किसी नगर में पीठत नाम का एक ब्राह्मण रहता था, जो मां दुर्गा का बड़ा भक्त था। उसकी एक सुंदर कन्या थी जिसका नाम सुमति था। समुति के पिता रोजाना जब … Read more